Sunday 25 June 2017

Income Tax Calculator इनकम टैक्स की गणना करना ~ foundjava

Income Tax Calculator

हम आज यहाँ भारत सरकार के फाइनेंसियल ईयर (2014 -2015) के नए स्लैब के हिसाब से इनकम टैक्स फलाएंगे।   इनकम टैक्स के कही प्रकार का स्लैब होते है पर प्रोग्राम को आसान और समझने लायक बनाने के लिए हम सिर्फ जनरल स्लैब लेंगे । जावा में कठिन से कठिन काम को भी आसानी से किया जा सकता है ।


नए स्लैब इस प्रकार है :

₹ 2,50,000 तक 
कोई टैक्स नहीं 
₹ 2,50,001 to ₹ 3,00,000
10% 
₹ 3,00,001 to ₹ 5,00,000
10% 
₹ 5,00,001 to ₹ 10,00,000
20%
₹ 10,00,000 से ज्यादा 
30% 

इस प्रोग्राम  को सफलता पूर्वक बनाने हेतु तीन बातो का विशेष ध्यान रखना होगा :

१. यूजर से उसकी कमाई की  संख्या  पूछना :
इस कार्य  में कमाई की संख्या पूछने के लिए हम जावा के स्कैनर पैकेज का यूज़ करेंगे (java.util.Scanner)

२.  उस कमाई को सही स्लैब में फिट करना जैसे अगर कमाई ₹ 3,20,000  है तो उसे हम 3 लाख से पांच लाख वाले स्लैब में डालेंगे
दुसरे कार्य के लिए हम if else लूप का प्रयोग करेंगे

३. फिर उस हिसाब से टैक्स की गणना करेंगे
टैक्स की गणना के लिए हम हमेशा की तरह जावा  ऑपरेटर्स का प्रयोग करेंगे ( - + / *)

४.  गणना किये हुए टैक्स को दो बिंदी ( two decimal points) के रूप में आउटपुट
इस कार्य के लिए हम जावा की लाइब्रेरी में से (java.text.DecimalFormat) को इम्पोर्ट करेंगे



import java.util.Scanner;
import java.text.DecimalFormat;
public class Incometax
{
public static void main(String[] args)
{
float income,tax;
System.out.print("Please enter your Income: ");
Scanner scan=new Scanner(System.in);
income=scan.nextFloat();
DecimalFormat df = new DecimalFormat("0.00");

if (income<=250000.)
tax=0;
else if (income<=300000.00)
tax=(income-250000.00F)*10/100;
else if (income<=500000.00)
tax=(income-300000.00F)*10/100+5000;
else if (income<=1000000.00)
tax=(income-500000.00F)*20/100+5000+20000;
else
tax=(income-1000000.00F)*30/100+5000+20000+100000;
System.out.printf("Income TAX Calculated by Javanotes.in = ");
System.out.print(df.format(tax));


}
}

प्रोग्राम का विश्लेषण

पहली दो लाइन जावा के पहले से बने हुए पैकेजों को इम्पोर्ट कर रही है।  स्कैनर पैकेज प्रोग्राम को  यूजर से पूछी कमाई को इनकम वेरिएबल में स्टोर करने देगा और डेसीमल फॉर्मेट पैकेज आउटपुट के समय टैक्स को दो बिंदी में परिवर्तित करेगा।

हमे यहाँ दो वेरिएबल चाहिए एक इनकम को स्टोर करने के लिए और दूसरा टैक्स को स्टोर करने के लिए , हम दोनों को फ्लोट डिक्लेअर करेंगे क्युकी पैसा हमेशा इन्टिजर में हो ऐसा जरूरी नहीं और हम यहाँ पैसो की ही गणना कर रहे है।

बाकि प्रोग्राम आप आसानी से समझ सकते है अगर कोई प्रशन हो तो कमेंट आवश्यक लिखे ।

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